Written by Ritesh Gupta
नमस्कार दोस्तों ! आज चलते हैं मनाली की दर्शनीय स्थलों की सैर पर । हम लोगो ने कार से रात भर सफ़र करते हुए दिल्ली से मनाली तक की अपनी यात्रा पूरी कर ली थी और यह वृतान्त पिछले लेख में वर्णित किया जा चुका हैं । व्यास नदी के किनारे-किनारे कुल्लू से मनाली तक रास्ता बहुत ही खूबसूरत और सुन्दर नजारों से भरा पड़ा हुआ हैं । जब हम कुल्लू से मनाली की ओर चले थे, तब रास्ते में एक जगह चाय-नाश्ते के लिए व्यास नदी के किनारे एक ढाबा कम रेस्तरा पर रुके थे, यही पर हमने चाय और आलू के गरम-गरम पराठे का नाश्ता कर अपनी भूख को शांत कर लिया था । नाश्ते के बाद अपना सफ़र जारी रखते हुए हम लोग मनाली से लगभग डेढ़ किमी० पहले के ग्रीन टैक्स बैरिअर (Green Tax Barrier) पर पहुँच गए थे, यहाँ से मनाली शहर के अंदर प्रवेश करने के लिए हमने शायद लगभग रू०300/- ग्रीन टैक्स के रूप में चुकाए । टैक्स का भुगतान करने के बाद (23 जून 2010) सुबह के नौ बजे के आसपास हम लोग मनाली शहर के माल रोड नाम की जगह पर पहुँच गए । दिल्ली से मनाली पहुँचने में हमें लगभग 14 घंटे का समय लगा था ।
नमस्कार दोस्तों ! आज चलते हैं मनाली की दर्शनीय स्थलों की सैर पर । हम लोगो ने कार से रात भर सफ़र करते हुए दिल्ली से मनाली तक की अपनी यात्रा पूरी कर ली थी और यह वृतान्त पिछले लेख में वर्णित किया जा चुका हैं । व्यास नदी के किनारे-किनारे कुल्लू से मनाली तक रास्ता बहुत ही खूबसूरत और सुन्दर नजारों से भरा पड़ा हुआ हैं । जब हम कुल्लू से मनाली की ओर चले थे, तब रास्ते में एक जगह चाय-नाश्ते के लिए व्यास नदी के किनारे एक ढाबा कम रेस्तरा पर रुके थे, यही पर हमने चाय और आलू के गरम-गरम पराठे का नाश्ता कर अपनी भूख को शांत कर लिया था । नाश्ते के बाद अपना सफ़र जारी रखते हुए हम लोग मनाली से लगभग डेढ़ किमी० पहले के ग्रीन टैक्स बैरिअर (Green Tax Barrier) पर पहुँच गए थे, यहाँ से मनाली शहर के अंदर प्रवेश करने के लिए हमने शायद लगभग रू०300/- ग्रीन टैक्स के रूप में चुकाए । टैक्स का भुगतान करने के बाद (23 जून 2010) सुबह के नौ बजे के आसपास हम लोग मनाली शहर के माल रोड नाम की जगह पर पहुँच गए । दिल्ली से मनाली पहुँचने में हमें लगभग 14 घंटे का समय लगा था ।
Manalsu River in the Club House, Manali..... Kullu (बड़ा ठंडा पानी हैं इस मनाल्सू नदी का, मनाली) |