Written by → Ritesh Gupta
दिनांक 24जून2014
दिनांक 24जून2014
पिछले लेख में अब तक आपने पढ़ा कि गंगटोक पहुँचने के बाद हमने एक होटल में कुछ कमरे लिए और उसके बाद छोटी टैक्सिया किराए पर लेकर गंगटोक नगर का भ्रमण करने निकल पड़े। हम लोग नमग्याल तिब्बतोलोजी संस्थान (Namgyal Institute of Tibetology), दो-द्रुल-चोर्टेन स्तूप (Do-Drul-Chorten Stupa) और सेल्स एम्पोरियम (Sales Emporium, Gangtok Handicraft Center) का अवलोकन कर चुके थे । अब प्रस्तुत है कुछ और नये स्थलों के साथ आगे का यात्रा वर्णन -
गंगटोक शहर की आवोहवा यहाँ की वनस्पति, पेड़ और फूलो के पौधों के पूर्णत उपयुक्त है । गंगटोक नगर की गलियों या सड़को से गुजरते हुए सफाई तो मिलती ही है, साथ ही साथ होटलों और घरो के बाहर सजावट के लिए बड़ी संख्या में गमले लगाकर एक छोटे से बगीचे का रूप दे दिया जाता है। इन गमलो में लगे कई किस्म के विविध रंगों के सुन्दर पुष्प और पौधे अनायास ही आकर्षित करते नजर आ जाते है ।
रिज पार्क में नारंगी रंग का एक सुन्दर पुष्प (Double Lilium - Orange Color's shade Flower at Ridge Park, Gangtok) |