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Thursday, April 4, 2019

कात्यायनी देवी मंदिर, छतरपुर, दिल्ली (Katyayani Devi Temple,Chhatarpur, Delhi)

 Written by → Ritesh Gupta 

हमारे शहर आगरा के नजदीक है देश की राजधानी दिल्ली, नजदीक इसलिए क्योकि अब छह लाइन का यमुना एक्सप्रेसवे आगरा से दिल्ली को जोड़ता है और कम समय में आगरा से दिल्ली पहुंचा जा सकता है । कई बार अपने कार्य से दिल्ली जाना हुआ है पर आज तक कभी अच्छे से दिल्ली और यहाँ को पर्यटक स्थलों को सही से नहीं घूम पाया है, कभी कुछ घूम लिया तो कभी कुछ । वैसे दिल्ली में कुतुबमीनार ,अक्षरधाम, इंडियागेट, लाल किला आदि का भ्रमण किया हुआ है । अब दिल्ली में पहले की अपेक्षा काफी अच्छे आधुनिक और एतिहासिक पर्यटक स्थल बन गये है और वो काफी प्रसिद्ध भी हो रहे है । एक बार एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए बस के द्वारा दिल्ली के छतरपुर जाना हुआ उसी दौरान पास में स्थित श्री कात्यायनी देवी मंदिर के दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।

श्री आध्य माँ कात्यायनी देवी मंदिर (Maa Katyayani Devi Temple,  Chhatarpur, Delhi)

Wednesday, January 28, 2015

रेलयात्रा → आगरा से न्यू-जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी (Train Journey Agra to New Jalpaiguri,West Bengal)

Written by → Ritesh Gupta 
यात्रा दिनांक 21जून2014 से दिनांक 23जून2014
सिक्किम, हमारे देश का एक छोटा राज्य जो भारत के उत्तरी-पूर्व दिशा में स्थित है, इस राज्य की राजधानी है गंगटोक, जो की एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है । इस राज्य की सीमा का पास पश्चिम बंगाल की उत्तर दिशा स्थित है, भारत का मुख्य और विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल दार्जिलिंग, जिसे वहां के लोगो ने प.बंगाल में न होकर एक अलग राज्य के रूप में गोरखालैंड नाम से सम्बोधित करते है । सौभाग्य से मुझे इन दोनों जगह का भ्रमण का मौका मिला । इसी यात्रा के सम्बन्ध में शुरुआत करते है एक नये यात्रा लेख श्रंखला की और प्रस्तुत है इस श्रंखला का पहला लेख जो आनंदविहार, आगरा, टूंडला से जलपाईगुड़ी तक के बारे में है ।

इस बार गर्मी के मौसम में घूमने जाने के लिए हम लोगो के मन में कई विकल्प थे- जैसे जम्मू-श्रीनगर, डलहौजी-चंबा-धर्मशाला और गंगटोक-दार्जिलिंग । हम लोगो ने आपस में सलाह कर; एक सहमती बनी गंगटोक और दार्जिलिंग की यात्रा पर । इस बार इस यात्रा में साथ जाने के लिए मेरा परिवार और मेरे दो छोटे भाइयो के परिवार शामिल हुए जो कि दिल्ली एन.सी.आर. में निवास कर रहे है और साथ में एक चचेरा भाई (जो छपरा बिहार में रहते है ) का परिवार और उनके दोस्त का परिवार भी शामिल हो गया । इन लोगो ने छपरा से ही सिलीगुड़ी के लिए बस के टिकिट का अग्रिम आरक्षण करा लिया था । इस तरह से हमारी इस यात्रा के लिए काफी सदस्यों वाली एक लम्बी टीम बन गयी ।
आधी रात के समय न्यू-जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन (New Jalpaiguri Railway station at Mid Night)

Thursday, April 5, 2012

Agra to Manali Via Noida/Delhi by Car (एक सुहाना सफ़र मनाली का....1)

Written By Ritesh Gupta

सभी घुमक्कड़ साथियों को मेरा नमस्कार ! आज मैं अपनी पिछ्ली श्रृंखला माँअम्बाजी, माउन्टआबू और उदयपुर के बाद एक और नए यात्रा लेख की नई कड़ी शुरू करने जा रहा हूँ । यह नई श्रृंखला हैं → भारत के उत्तर में स्थित हिमाचल प्रदेश के  मनाली, रोहतांग और मणिकरण के सफ़र की । यह यात्रा अपने परिवार सहित जून, 2010 में आगरा से दिल्ली तक बस से तथा दिल्ली से मनाली, रोहतांग और मणिकरण होते हुए और वापिस दिल्ली तक कार के माध्यम से की थी । अब हम चलते हैं,अपने मनाली की यात्रा वृतांत की ओर ।

गर्मी का मौसम था और जून का महीना चल रहा था, इस समय मैदानी इलाके में गर्मीया अपने पूरे चरम होती हैं । उस समय आगरा शहर का तापमान लगभग 40 से 44 के बीच झूल रहा था । दिन में तेज धूप की वजह सड़कों पर लगभग सन्नाटा ही पसरा रहता था और आकाश में किसी भी प्रकार बादलों का कोई भी आवागमन भी नहीं हो रहा था । इधर हमारी रोज की वही एक सी व्यस्त दिनचर्या से मन उब रहा था और ह्रदय में एक अजीब कुलबुलाहट उठ रही थी, कि सारे काम काज छोड़कर किसी ठन्डे जगह (पर्वतीय स्थल) में कुछ दिनों के लिए घूमने चला जाऊ । मन में ये बात आते ही, मैंने किसी पर्वतीय स्थल पर चलने का मन बनाया और नोयडा में रहने वाले अपने छोटे भाई को फोन किया और उसे अपने साथ चलने के लिए कहा, तो मेरी यह बात सुनकर  वह तुरंत चलने को तैयार हो गया । अब समस्या उठी कि “ कौन सी जगह जाया जाये ?”  क्योकि अधिकतर उत्तर भारत की मुख्य पहाड़ी स्थल (Hill Station) हमारे घूमे हुए थे,  अकेले  “कुल्लू - मनाली ” को छोड़कर । हम लोगो कि सहमति “कुल्लू - मनाली” चलने के लिए हो गयी । चूँकि  इस सफ़र की शुरुआत नोयडा से होनी थी तो इसके लिए मुझे सबसे पहले अपने परिवार सहित नोयडा पहुचना था, उससे से आगे की  यात्रा दिल्ली या नोयडा से शुरू करनी थी । हमारे जाने का स्थान पक्का हो जाने के बाद अब हमारे सामने एक सवाल था कि यहाँ से मनाली कैसे या किस प्रकार जाया जाये ? उसके लिए भी हमारे सामने जाने के कुछ निम्न तरीके/उपाय थे  ।

Tajmahal (click on for large pic)
Wah Taj ! अब हमने अपनी यात्रा आगरा से शुरू की हैं, तो भारत की शान आगरा के "ताजमहल " का एक फोटो तो होना चाहिये |

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