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Saturday, January 30, 2016

दार्जीलिंग नगर की सैर - नये स्थलों के साथ (Siight Seen of Darjeeling 2, West Bengal)


Written By → Ritesh Gupta
यात्रा दिंनाक 27 जून 2014

दार्जीलिंग (Darjeeling), भारत के एक ऐसा प्रसिद्द पर्वतीय नगर जिसका नाम सुनते ही दिल रोमांच से भर उठता है  । यहाँ का प्राकृतिक वातावरण और जलवायु किसी को भी सहज अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए काफी है । वैसे ये शहर पश्चिम बंगाल राज्य में उत्तर दिशा में हिमालय की पहाड़ियों में स्थित है पर वहां पर  लम्बे समय से उत्तरी बंगाल को एक नये गोरखालैंड राज्य की मांग के चलते है यहाँ की हर दुकान पर राज्य में गोरखालैंड ही लिखा नजर आता है । पिछले पोस्ट में हम लोग टाइगर हिल से कंचनजंघा का विहंगम नजारा देख वहां से वापिस चल लिए, अब चलते दार्जीलिंग के और भी अन्य स्थलों की सैर पर । 
बताशिया लूप का मनमोहक अंदाज (Gimps of Batasia Loop & Kanchenjunga Mountain in Backdrop)

Wednesday, December 23, 2015

प्रकृति से मुलाकात - दार्जीलिंग नगर की सैर में (Tiger Hill of Darjeeling, West Bengal)

Written by → Ritesh Gupta 
यात्रा दिनांक 26जून2014 और  27जून2014 

दार्जीलिंग (Darjeeling) ठंडक और शीतलता अहसास; शांति का अनुभव ! प्रकृति से  मुलाकात । हम लोग इस नगर में भ्रमण करते हुए यही सब महसूस कर रहे थे । इस नगर की आवोहवा और प्राकृतिक सुन्दरता अपने आप में ही निराली है तभी तो पर्वतीय नगर दार्जिलिंग के किसी भी कोने से दिखने वाला नजारा अपने आप में अनुपम होता है, साथ ही साथ मस्तिष्क पटल पर एक अमिट छाप छोड़ देता है । देर न करते हुए, अब आपको भी ले चलते दार्जीलिंग से कंचनजंघा पर्वत के दर्शन के साथ शहर के कुछ और स्थानीय स्थलों की सैर पर -

Mount Kanchenjunga from Tiger Hill (कंचनजंघा पर्वत का नजारा टाइगर हिल से )

Wednesday, October 28, 2015

पर्वतीय नगर दार्जीलिंग की सैर (Sight Seen of Darjeeling Hill Station, West Bengal)

Written by → Ritesh Gupta 
यात्रा दिनांक 26जून2014
दार्जीलिंग (Darjeeling) एक विश्व विख्यात पर्वतीय नगर जो हमारे देश के पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तरी दिशा में और सिक्किम राज्य की ठीक सीमा के नीचे पर्वतराज कंचनजंघा के साये में बसा हुआ है । जिसे प्रकृति ने हमे खुले हाथो से भरपूर प्राकृतिक संसाधनो से सजाया-संवारा है, यहाँ के  मनोरम प्राकृतिक वातावरण और शीतल जलवायू के कारण हजारो की संख्या में पर्यटक स्वयं खिंचे चले आते है । पिछले पोस्ट में आपने पढ़ा के हम लोग गंगटोक, सिक्किम से टैक्सी के माध्यम दार्जीलिंग पहुँच गये । चलिए अब आपको भी ले चलते है, पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण स्थल दार्जिलिंग की स्थानीय स्थलों की यात्रा पर -
A beautiful temple seen from Darjeeling station (स्टेशन से नजर आता एक मंदिर )

Monday, September 28, 2015

गंगटोक से दार्जिलिंग का सफ़र (Travel to Darjeeling, West Bengal )

Written by → Ritesh Gupta 
यात्रा दिनांक 26जून2014
पिछले दिन हम लोगो बाबा हरभजन सिंह जी के मंदिर और सोमगो लेक यात्रा पर गये थे, जिसे आपने मेरे ब्लॉग के पिछले लेख में पढ़ा होगा । इस यात्रा से लौट के आने के बाद हमारे पास शाम का समय बचा हुआ था सो हमने अपनी उसी टैक्सी के ड्राइवर से पूछा था कि आज केविल कार (उड़नखटोले ) की सैर कर सकते है क्या ? उसने कहा कि आज नहीं कर सकते क्योकि आज राज्य की विधान सभा लगी हुई है और केविल कार से विधान सभा भवन के पास ही जाती है सो सुरक्षा कि द्रष्टि से आज केविल कार बंद है । केविल कार में सफर का यह हमारा मौका हाथ से गया अब सोचा की अगली बार कर लेगे चलिए अब आप लिए प्रस्तुत है, सिक्किम से पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण स्थल दार्जिलिंग कि यात्रा का वर्णन  -
दार्जीलिंग का रेलवे स्टेशन  (Darjeeling Railway Station, Darjeeling, W.B. )

Wednesday, January 28, 2015

रेलयात्रा → आगरा से न्यू-जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी (Train Journey Agra to New Jalpaiguri,West Bengal)

Written by → Ritesh Gupta 
यात्रा दिनांक 21जून2014 से दिनांक 23जून2014
सिक्किम, हमारे देश का एक छोटा राज्य जो भारत के उत्तरी-पूर्व दिशा में स्थित है, इस राज्य की राजधानी है गंगटोक, जो की एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है । इस राज्य की सीमा का पास पश्चिम बंगाल की उत्तर दिशा स्थित है, भारत का मुख्य और विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल दार्जिलिंग, जिसे वहां के लोगो ने प.बंगाल में न होकर एक अलग राज्य के रूप में गोरखालैंड नाम से सम्बोधित करते है । सौभाग्य से मुझे इन दोनों जगह का भ्रमण का मौका मिला । इसी यात्रा के सम्बन्ध में शुरुआत करते है एक नये यात्रा लेख श्रंखला की और प्रस्तुत है इस श्रंखला का पहला लेख जो आनंदविहार, आगरा, टूंडला से जलपाईगुड़ी तक के बारे में है ।

इस बार गर्मी के मौसम में घूमने जाने के लिए हम लोगो के मन में कई विकल्प थे- जैसे जम्मू-श्रीनगर, डलहौजी-चंबा-धर्मशाला और गंगटोक-दार्जिलिंग । हम लोगो ने आपस में सलाह कर; एक सहमती बनी गंगटोक और दार्जिलिंग की यात्रा पर । इस बार इस यात्रा में साथ जाने के लिए मेरा परिवार और मेरे दो छोटे भाइयो के परिवार शामिल हुए जो कि दिल्ली एन.सी.आर. में निवास कर रहे है और साथ में एक चचेरा भाई (जो छपरा बिहार में रहते है ) का परिवार और उनके दोस्त का परिवार भी शामिल हो गया । इन लोगो ने छपरा से ही सिलीगुड़ी के लिए बस के टिकिट का अग्रिम आरक्षण करा लिया था । इस तरह से हमारी इस यात्रा के लिए काफी सदस्यों वाली एक लम्बी टीम बन गयी ।
आधी रात के समय न्यू-जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन (New Jalpaiguri Railway station at Mid Night)
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