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Saturday, April 22, 2023

मनाली - यात्रा जानकारी ( Manali - Travel Information)

हिमाचल प्रदेश की सबसे खूबसूरत वादी, मनाली है सबको बहुत प्यारी ...🍁

गर्मी में ठंडी हवाओं का अहसास आज आपको ले चलते मनाली, न न जाएंगे  तो आप स्वयं से , जानकारी मैं दूँगा आपको दिल ❤️ से ।

देवभूमि हिमाचल के बर्फीले पहाड़ो की तलहटी में स्थित मनाली देश की राजधानी दिल्ली से है 540 किमी दूर, कैसे जाए ये आपकी बताऊंगा जरूर ।

 ट्रेन द्वारा : 
●निकटम रेलवे स्टेशन चंडीगढ़ / कालका  से 308 किमी दूर मनाली पहुँच सकते है बस या टैक्सी से । 
● दूसरा पठानकोट से जोगिंदर नगर टॉय ट्रेन से वहाँ से 162किमी टैक्सी से मनाली जा सकते है ।

सड़क मार्ग: 
●यदि जाना ही है सड़क मार्ग से तो ले जाइए अपनी गाड़ी बड़ी शान से या दाम खर्च करके जाइये टैक्सी से ।

●बुक कीजिये सरकारी या प्राइवेट बसे जो आपको पहुचायेगी मनाली बड़े आराम से ।

बस मिलेगी आपको शाम के समय दिल्ली के कश्मीरी गेट, आश्रम मेट्रो स्टेशन या मजनू के टीला के पास से । बुक कर लीजिये अपनी शीट और सफर का आनन्द लेते हुए सुबह जल्दी पहुँच जाएंगे मनाली । 

बस अड्डे से ऑटो करके होटल पहुँच जाइये । मनाली में व्यास नदी के दोनों किनारों पर या मनाली की जीवन रेखा पुरानी मनाली के माल रोड के आसपास भरपूर  होटल मिल जाएंगे । कुछ देर आराम करिए और निकल पड़िये पहले दिन स्थानीय मनाली घूमने ..

1. हिडिम्बा देवी मन्दिर 
2. ढुमरी वन विहार
3. याक की सवारी
4. बच्चो के लिये अप्पूघर
5. क्लब हाउस 
6. माल रोड 
7. तिब्बती मोनेस्ट्री
8. वन विहार व्यास नदी
9. वशिष्ठ मन्दिर / गर्म पानी
10. मनु मन्दिर

जितना एक दिन कर सके कर लीजिये बाकी बाद के समय के लिये छोड़ दीजिये । अगले दिन मनाली से कुछ बाहर ये भी जा सकते है ।

1. पलचान - कोठी - मरही गाँव
2. रोहतांग दर्रा 
3. सोलांग घाटी 
4. केविल कार / पैरा ग्लाइडिंग
5. जटोली शिव मंदिर
6. नेहरू कुंड

इसके बाद वापीस मनाली अगले दिन ।

1. अटल टनल (सोलांग घाटी होते हुये) ढूंढी
3. अटल सुरंग पार घाटी
2. शिश्शू गांव अटल सुंरग से आगे - लाहुल घाटी

वापिस मनाली उसके अगले दिन के लिये ।

1. नग्गर महल 
2. कसोल
3. मणिकरण
4. शिव मंदिर - गर्म पानी झरना 
5. गुरुद्वारा 

वापिस मनाली या अपना साधन है तो वापिस दिल्ली भी जा सकते है ।

कुल्लू मनाली के बीच व्यास नदी पर वाटर राफ्टिंग का लुत्फ लिया जा सकता है या मणिकर्ण के पास खीर गंगा ट्रेक पर भी जा सकते है ।

मेरे ख्याल से मनाली के बारे मे काफी कुछ इस पोस्ट में बता दिया बाकी कुछ रह गया हो तो जानकर लोग अवश्य बताइयेंगे तो जोड़ देंगे ।

आप सभी का धन्यवाद दिल ♥️ से । 
घूमते रहिये घुमाते रहिये दिल से ।

देखो अपना देश ।

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Tuesday, March 14, 2023

काल्पी - महर्षि वेद व्यास की जन्मभूमि मन्दिर

अपना देश भारत अनादि काल से ऋषि मुनियों की धरती रही है और समय-समय पर इनके द्वारा हिन्दू धर्म को मार्ग दर्शन मिला है जो आज भी इनके द्वारा रचित वेद पुराणों, ग्रन्थों और महाकाव्य के रूप विद्यमान है । इन्ही महान ऋषियों में एक महर्षि थे वेदव्यास जी, जिन्होंने महाभारत नाम के काव्यग्रन्थ की रचना की थी । अपने श्री मुख से व्यास जी महाभारत महाकाव्य का उच्चारण किया था और भगवान गणेश जी के द्वारा लिखी गयी ये रचना आज हिन्दू धर्म की सबसे बड़ी और प्रमुख रचना है जो जीवन के सन्देश के साथ सत्य और असत्य का बोध कराती है ।

अपने एक मित्र के विवाह समारोह के लिये काल्पी नगर जाना हुआ । काल्पी एक छोटा नगर है जो उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में आता है । यमुना नटी के किनारे बसे नगर के भृमण के दौरान ज्ञात हुआ कि काल्पी अपनी ऐतिहासिक छवि (ऐतिहासिक छवि के बारे अन्य लेख में) के साथ-साथ महर्षि वेदव्यास जी की जन्मभूमि भी है । 

विवाह समारोह के उपरांत अगले दिन हम लोग महर्षि वेद व्यास जी के मन्दिर जा पहुँचे । यहाँ पर व्यास जी के दो मन्दिर है । एक मन्दिर नया बना हुआ जो श्री बाल व्यास नाम से है, ये मन्दिर बड़ी जगह में और बहुत खूबसूरती बना हुआ है । मन्दिर गर्भ गृह में व्यास जी के पिता ऋषि परासर जी और माता सत्यवती की गोद मे बाल व्यास को  काले रंग की मूर्ति रूप में स्थापित किया हुआ है । मन्दिर प्रांगण के परिक्रमा पथ में काले पत्थर की मूर्तियो को स्थापित किया गया । 

श्री व्यास जी के प्राचीन मंदिर नए मन्दिर के समीप ही एक ऊंचे टीले पर विद्यमान है । ऊपर तक जाने के लिए सीढ़िया बनी हुई है । प्राचीन मंदिर अपनी पुरानी अवस्था मे ही है । मंदिर प्रांगण साफ सुधरा और बहुत अच्छी हालत में है । इस प्राचीन मंदिर में महर्षि वेद व्यास जी के प्रतिमा स्थापित है, पुजारी जी के द्वारा समय पर आरती वंदन किया जाता है । मन्दिर परिसर से यमुना तट सामने ही नजर आता है । महर्षि वेद व्यास के दर्शन करने के पश्चात कुछ देर मन्दिर में बैठे रहे और पुजारी जी मन्दिर के बारे जानकारी ली । इसके बाद मन्दिर में से विदा लेकर हम लोग अपने राह पर निकल गए ।


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स्थान : काल्पी 

समय : फरवरी 2023

प्रस्तुत है कुछ चित्र काल्पी के श्री वेद व्यास मन्दिर के 










इन चित्रों  के साथ इस लेख का समापन करता हूँ मिलते है फिर किसी नए लेख में नई जगह के साथ ।

धन्यवाद 

Tuesday, September 21, 2021

हिमालय में स्थित लद्दाख की रोमांचक यात्रा (Mission Laddhakh By Kishan Bahety..1 )

 Guest Post Written by Kishan Bahety

हमारे भारत देश के उत्तरी दिशा में एक महत्वपूर्ण और खूबसूरत  राज्य "जम्मू और कश्मीर" । सम्पूर्ण राज्य हिमालय पर्वत की गोद में ही बसा हुआ है । इस राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी है श्रीनगर और शीतकालीन राजधानी है "जम्मू " । सम्पूर्ण राज्य इन संभाग में बटा हुआ,पहला जम्मू सम्भाग जिसका मुख्य नगर है "जम्मू", दूसरा कश्मीर संभाग जिसका मुख्य नगर है "श्रीनगर" अंतिम और तीसरा संभाग है लद्दाख जिसका मुख्य नगर है "लेह" । इसी राज्य के लद्दाख संभाग की यात्रा का सौभाग्य मूझे मिला तो चलते है लद्दाख की यात्रा पर मेरी जुबानी इस लेख के माध्यम से -


Tuesday, April 23, 2019

सफ़र देहरादून का (गढ़वाल संस्मरण)→ Traveling to Dehradun (Garwal Glory) ..1

 Written by → Ritesh Gupta
 
हमारे देश भारत का एक बहुत ही खूबसूरत पहाड़ी राज्य है देवभूमि उत्तराखंड । देवभूमि इसलिये कहते है क्योकि इस राज्य के कण-कण में देवताओं का वास है । इस राज्य में प्रसिद्ध चार धाम तीर्थ स्थल है तो पवित्र गंगा और यमुना नदी का उद्गम भी यही से होता है । इस राज्य में देश के प्रमुख धार्मिक स्थल है और साथ ही साथ विश्व विख्यात पर्यटक स्थल भी है ।  इस खूबसूरत राज्य को मंडल के आधार पर दो भागो में विभक्त किया गया हैं, पहला गढ़वाल और दूसरा कुमाऊँ । गढ़वाल मंडल में सात और कुमाऊँ मंडल में छह  जिले आते हैं । उत्तराखंड के दूसरे भाग "कुमाऊँ" की काफी स्थलों की यात्रा कर चुका हूँ  और यहाँ की यात्रा के बारे में अपने ब्लॉग पर सचित्र वर्णन भी कर चुका हूँ । अब बात आती है गढ़वाल भाग की और इस बार हमने अपना यात्रा कार्यक्रम भी सपरिवार गढ़वाल की काफी जगहों को घूमने के लिए बनाया । आगे ये श्रंखला मेरी गढ़वाल यात्रा से ही प्रेरित है और आप लोगो अपनी इस यात्रा के बारे में काफी कुछ जानने को मिलेगा । चलिये आज आप लोगो को ले चलते देहरादून की यात्रा पर -

गुड़गाँव में दिल्ली के रास्ते एयरपोर्ट के पास सूर्योदय ( Sunrise on the way near Delhi Airport)
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