नमस्कार मित्रों ! आप लोगो ने मेरा पिछला लेख ” सुहाना सफ़र कुमाऊँ का….1″ तो पढ़ा ही होगा, जिसमे मैंने दिल्ली से काठगोदाम और काठगोदाम से नैनीताल तक अपने सफ़र का वर्णन किया था । अब अपनी इस कुमाऊँ की श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए आज की इस भाग में आपको ले चलता हूँ, नैनीताल के विभिन्न खूबसूरत और रोमांचल स्थलों की सैर → ” नैनीताल दर्शन “ पर ।
भौगोलिक और पौराणिक द्रष्टि से नैनीताल →
यात्रा वृतांत को आगे बढ़ाने से पहले थोड़ा सा नैनीताल के बारे में जान ले । उत्तरभारत के हिमालय पर्वतमाला की सुरम्य वादियों में स्थित नैनीताल भारत के सबसे खूबसूरत और प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटन स्थलों में एक हैं, जो भारत के उत्तराखंड राज्य में कुमाऊँ मंडल के दक्षिण-पूर्व दिशा में स्थित हैं । नैनीताल की समुंद्रतल से ऊँचाई लगभग 1968 मीटर (6455फीट) हैं । समुंद्रतल से इतनी ऊँचाई और चारों हरियाली के कारण यहाँ का मौंसम हमेशा सुहावना और ठंडा बना रहता हैं । नैनीताल में प्रदेश का एक हाईकोर्ट भी स्थापित हैं जहाँ प्रदेश भर के वाद-विवाद का निपटारा किया जाता हैं । नैनीताल क्षेत्र में तालो और झीलों की अधिकता के कारण इसे झीलों की नगरी भी कहा जाता हैं । नैनीताल का मुख्य आकर्षण यहाँ की नैनी झील हैं, जो चारों ओर से हरे-भरे पेड़ो से लदे पहाड़ों से घिरा हुआ हैं । मुख्य नैनीताल शहर नैनी झील इर्द-गिर्द पहाड़ी पर बसा हुआ हैं । इन हरे-भरे पहाड़ों की परछाई हमेशा झील में पड़ती रहती हैं, जिस कारण से झील का स्वच्छ पानी हरे रंग का नजर आता हैं । प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होने के कारण यहाँ पर साल भर सैलानियों का जमावबाड़ा लगा रहता हैं, मुख्तय गर्मियों के मौसम में यहाँ का मौसम सुहावना और ठंडा होने कारण लाखो के संख्या में यहाँ पर घूमने वालो की हलचल लगी रहती हैं ।
नैनीताल सबसे निकटवर्ती रेलवे स्टेशन काठगोदाम हैं । काठगोदाम रेलवे स्टेशन दिल्ली, बरेली, हावड़ा और लखनऊ रेल मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं । काठगोदाम से नैनीताल लगभग 34किमी० की दूरी पर स्थित हैं, जिसे टैक्सी या लोकल बसों की सहायता से आसानी से पूरा करके यहाँ पहुंचा जा सकता हैं । नैनीताल के दूरी देश के मुख्य शहर आगरा से 376किमी०, दिल्ली से 320किमी०, अलमोड़ा से 68किमी०, पातालभुवनेश्वर 188किमी०, मुक्तेश्वर से 52किमी०, हरिद्वार से 234किमी०, कर्णप्रयाग से 185किमी० और बरेली से 190किमी० हैं ।
Naini Lake & Tiffin Top (Dorothy’s Seat) Hill View from Hotel Paryatak ( बड़े ही सुहाने लगते हैं यह झील और पहाड़ ) |