Written By Ritesh Gupta
यात्रा सातवाँ दिन (29 जून )
इस यात्रा लेख सम्बन्धित चित्रों का संकलन आप लोगो के प्रस्तुत है →
5. पहलगाम से श्रीनगर, कश्मीर का यादगार सफर (Pahalgam to Srinagar - Kashmir..5)
6. हिमालय की गोद में बसे श्रीनगर, कश्मीर की सैर(Local Sight Seen to Srinagar, Kashmir.6)
इस श्रंखला को प्रारम्भ से पढ़ने के लिए यहाँ पर क्लिक कीजिये । कश्मीर की यात्रा हम लोगो के लिए बहुत अच्छी रही । जितना सम्भव हो सका कश्मीर की उतनी जगह को हम लोगो ने अपनी इस यात्रा में जोड़ा और उस जगह का भ्रमण भी किया । कश्मीर की ये यात्रा हम लोगो के लिए बहुत अच्छी रही और कही अधिक परेशानी नही उठानी पड़ी , एक तरह से यह यात्रा हम लोगो के लिए बिल्कुल सफल रही और खूबसूरत यांदो के समेट भी लिया । अब प्रस्तुत है इस श्रंखला का अंतिम लेख - जिसमे हम लोगो ने कश्मीर से वापिसी की यात्रा का वर्णन किया है :-
चिनाब नदी पर बना बगलिहार डैम का नजारा कारमील नाम की जगह के एक रेस्तरा से (Baglihar dam from A Restra onthe way to Jammu) |
यात्रा सातवाँ दिन (29 जून )
सुबह जल्दी उठ गये तो कमरे से बाहर आकर देखा की सूर्योदय होने वाला है, जल्दी से अपना कैमरा उठाया और सूर्योदय और आसपास की फोटो लेने लगा, पर्वत के पीछे से निकलती नारंगी रंग सूर्य की रौशनी बहुत ही खूबसूरत द्रश्य उत्पन्न कर रही थी और सुबह मौसम भी अति सुहावना और शीतलता लिए हुए था । चूँकि आज हम लोगों को वापिस उधमपुर के लिए निकलना था सो जल्दी से अपने नित्यकर्म निवृत होने में लग गये । जल्द ही सब कुछ सारा सामान समेट कर गाड़ी (टेम्पो ट्रेवलर) में रखा और सुबह के सात बजे होटल से निकल गये । आज हमे शाम सात बजे तक उधमपुर स्टेशन पहुंचना था क्योकि उधमपुर से दिल्ली के लिए हम लोगो का आरक्षण "उत्तर सम्पर्क क्रांति" गाड़ी से था ।
सुबह की वेला में सारा शहर सोया पड़ा था, सड़क खाली थी और कुछ दुकाने खुलने की तैयारी में थी । हम लोग लाल चौक से होते शहर की सरपट सड़क पर गाड़ी से चलते रहे । श्रीनगर में कई जगह फ्लाई ओवर और सड़क बनने का काम चल रहा था इस कारण कही-कही ख़राब सड़क से भी गुजरना पड़ा । श्रीनगर- जम्मू हाइवे से होते हुए कुछ देर में हम लोग श्रीनगर से 16 किमी दूर पम्पोर नाम की जगह पर पहुँच गये, पम्पोर झेलम नदी के किनारे बसा श्रीनगर का एक छोटा कस्बा है जो सुगन्धित केशर की खेती के लिए जग प्रसिद्ध स्थल है । यहाँ पर हाइवे के दोनों तरफ कई सारी केशर की दुकाने दिख जाती है, जिससे यहाँ पर केशर के बहुतायत और बिक्री का अनुमान लगाया जा सकता है । खैर हम लोगो को केशर लेना नहीं था सो अपना सफर जारी रखा ।
पप्मोर से निकलने के कुछ देर बाद हम लोग अविन्तापुरा नाम की जगह पर पहुँच गये, अविन्तापुरा एक हिन्दू एतिहासिक नगरी है जो श्रीनगर - अनंतनाग के बीच में श्रीनगर से करीब 35 किमी दूर है । अवन्तिपुरा में हिन्दू शिव मंदिर के भग्नावशेष स्थित है जो कभी जो राजा अवन्ती वर्मन के द्वारा बनवाये गये थे । अब इन मन्दिरों के अवशेष भारतीय पुरात्व के अधीन संरक्षित है । ये मंदिर हाइवे से निकलते हुए नजर आ जाते है और इनकी वर्तमान स्थिति का पता चल जाता है । खैर शाम तक हम लोगो को अपनी मंजिल तक पहुंचना था सो मन में होते हुए भी यहाँ पर रुक न सके अपनी यात्रा को जारी रखते हुए श्रीनगर से 62 किमी दूर अनंतनाग को पार किया । अनंतनाग कश्मीर का एक बड़ा शहर है और एक सवेंदनशील इलाका भी है ।
श्रीनगर से करीब 110 किमी दूर जवाहर टनल (2.85 KM) को हम लोगो ने करीब पौने नौ बजे पार कर लिया । जवाहर टनल पार करते ही वातावरण की आवोहवा ही बदल गयी, मौसम में कुछ गर्माहट आ गयी । जवाहर टनल को पार करने के बाद हम लोग कुछ देर ने बनिहाल नाम की जगह पर पहुँच गये , मार्ग से ही दूर से बनिहाल स्टेशन दिख रहा था, इसी स्टेशन से कश्मीर रेलवे की सवारी गाड़ी ट्रेन बनिहाल से श्रीनगर होते हुए बारामुला तक चलती है। यहाँ से आगे बढ़ते हुए करीब 11:30 बजे शैतानी नाला को पार किया, बाहर से ही कुछ फोटो लेते हुए निकल गये । शैतानी नाला इस बात के लिए कुख्यात है क्योकि कब पता नही की इस नाले में तेज पानी आ जाये और पत्थर सड़क पर गिरने लगे इससे दुर्घटना की सदैव सम्भावना बनी रहती है ।
काफी देर से चलते हुए अब भूख लगने लगी थी सो रास्ते में एक कारमील नाम की जगह पर कई सारे रेस्तरा बने हुए है जो अपने कड़ी-चावल, राजमा चावल के लिए प्रसिद्ध है । इस जगह से चिनाब नदी पर बना बगलिहार डैम का बड़ा ही खूबसूरत द्रश्य दिखता है । हम लोगो ने यहाँ पर कड़ी-चावल और राजमा-चावल से भूख मिटाई और यहाँ से दिखने वाले खूबसूरत द्रश्यो का अवलोकन किया , इस जगह को बगलिहार डैम व्यू पॉइंट के नाम से भी जानते है । पाकिस्तान की तरफ बहने वाली चिनाब नदी कश्मीर की एक बड़ी नदी है और डोडा जिले में बना बगलिहार डैम इस नदी पर बनी एक बड़ी विधुत परियोजना है ।
बगलिहार डैम व्यू पॉइंट पर खाना खाने के पश्चात् हम लोगो ने अपनी यात्रा को जारी रखा । आगे मार्ग पर उस समय नसरी-चैनानी सुरंग का कार्य प्रगति पर था पर अब वर्तमान में तो सुंरग बनकर तैयार हो चुकी है और भारत के प्रधानमंत्री ने इस सुरंग का उद्घाटन भी कर दिया गया है । नसरी-चैनानी सुरंग का नाम भारत की सबसे लम्बी सुरंग में आता है इस सुंरग की लम्बाई करीब 9.2 किमी है । इस सुरंग बन जाने के बाद जम्मू - श्रीनगर की दूरी करीब 30 किमी० घट गई है और साथ ही साथ पटनीटॉप की खतरनाक पहाड़ी चढ़ाई चढ़ने से बच जाती है । सर्दियों के मौसम पटनीटॉप क्षेत्र में अत्यधिक बर्फवारी कारण जम्मू - श्रीनगर राजमार्ग बंद हो जाता है पर अब इस सुंरग के बन जाने के कारण आसानी से श्रीनगर जाया जा सकता है ।
अपनी वापिसी की यात्रा में नसरी के पास से पटनीटॉप चढ़ाई शुरू हो जाती है और आगे जाने पर अचानक से मौसम बदल जाता है । मौसम ठंडा हो जाता है और तेज बारिश भी शुरू हो जाती है पहले तो हम लोगो ने सोचा था की पटनीटॉप के अंदर से घूमने हुए उधमपुर जांएगे और कुछ देर पटनीटॉप में बिताएंगे पर तेज बारिश ने सारा काम ही बिगाड़ दिया । हम लोगो ने बिना पटनीटॉप के अंदर प्रवेश किये ही बाय-पास से पटनीटॉप को करीब 3 बजे के आस-पास बाय-बाय करते हुए तेज बारिश के बीच अपनी मंजिल के तरफ चलते रहे ।
उधमपुर आने से कुछ पहले ही बारिश बंद हो गयी थी और साथ बह रहे नदी-नालो में मटमैला पानी बह रहा था रास्ते में एक जगह चाय-पानी के लिए रुके और शाम के साढ़े पांच बजे उधमपुर स्टेशन पर पहुँच गये । हमारी गाड़ी उत्तर सम्पर्क क्रांति का आने में अभी काफी समय था सो आराम से अपनी गाड़ी वाले का हिसाब चुकता किया और स्टेशन की तरफ से चल दिए । बारिश के कारण पूरा स्टेशन धुला-धुला नजर आ रहा था, हमारी गाड़ी आने में अभी काफी समय था तो उधमपुर स्टेशन पर ही ऊपर नीचे टहलते हुए बिताना पड़ा स्टेशन के आस-पास से शाम के खाने की व्यवस्था करनेकी सोची पर स्टेशन के आसपास कोई स्थानीय दुकाने नही थी , केवल खाली रास्ता और जंगल । खैर ट्रेन में ही खाने के व्यवस्था पेंट्री कार से करनी की सोचकर मन को संतोष पहुँचाया और वापिस स्टेशन पर आ गये । हमारी गाडी सही समय पर आ गयी और अपनी आरक्षित डिब्बे में अपना सामान सेट कर दिया गया । अपने सही-सही समय से कुछ देर बाद गाडी चल दी और अगले दिन सुबह सही समय पर गाडी दिल्ली पहुँच गयी । नई दिल्ली से हम लोग लोकल बस "सराय काले खां" बस स्थानक पर पहुंचे, यहाँ पर हम लोगो को यमुना एक्सप्रेस वे मार्ग की एक बस आगरा तक के लिए मिल गयी । अपनी सही समय पर हम लोग आगरा पहुँच गये ।
सुबह की वेला में सारा शहर सोया पड़ा था, सड़क खाली थी और कुछ दुकाने खुलने की तैयारी में थी । हम लोग लाल चौक से होते शहर की सरपट सड़क पर गाड़ी से चलते रहे । श्रीनगर में कई जगह फ्लाई ओवर और सड़क बनने का काम चल रहा था इस कारण कही-कही ख़राब सड़क से भी गुजरना पड़ा । श्रीनगर- जम्मू हाइवे से होते हुए कुछ देर में हम लोग श्रीनगर से 16 किमी दूर पम्पोर नाम की जगह पर पहुँच गये, पम्पोर झेलम नदी के किनारे बसा श्रीनगर का एक छोटा कस्बा है जो सुगन्धित केशर की खेती के लिए जग प्रसिद्ध स्थल है । यहाँ पर हाइवे के दोनों तरफ कई सारी केशर की दुकाने दिख जाती है, जिससे यहाँ पर केशर के बहुतायत और बिक्री का अनुमान लगाया जा सकता है । खैर हम लोगो को केशर लेना नहीं था सो अपना सफर जारी रखा ।
पप्मोर से निकलने के कुछ देर बाद हम लोग अविन्तापुरा नाम की जगह पर पहुँच गये, अविन्तापुरा एक हिन्दू एतिहासिक नगरी है जो श्रीनगर - अनंतनाग के बीच में श्रीनगर से करीब 35 किमी दूर है । अवन्तिपुरा में हिन्दू शिव मंदिर के भग्नावशेष स्थित है जो कभी जो राजा अवन्ती वर्मन के द्वारा बनवाये गये थे । अब इन मन्दिरों के अवशेष भारतीय पुरात्व के अधीन संरक्षित है । ये मंदिर हाइवे से निकलते हुए नजर आ जाते है और इनकी वर्तमान स्थिति का पता चल जाता है । खैर शाम तक हम लोगो को अपनी मंजिल तक पहुंचना था सो मन में होते हुए भी यहाँ पर रुक न सके अपनी यात्रा को जारी रखते हुए श्रीनगर से 62 किमी दूर अनंतनाग को पार किया । अनंतनाग कश्मीर का एक बड़ा शहर है और एक सवेंदनशील इलाका भी है ।
श्रीनगर से करीब 110 किमी दूर जवाहर टनल (2.85 KM) को हम लोगो ने करीब पौने नौ बजे पार कर लिया । जवाहर टनल पार करते ही वातावरण की आवोहवा ही बदल गयी, मौसम में कुछ गर्माहट आ गयी । जवाहर टनल को पार करने के बाद हम लोग कुछ देर ने बनिहाल नाम की जगह पर पहुँच गये , मार्ग से ही दूर से बनिहाल स्टेशन दिख रहा था, इसी स्टेशन से कश्मीर रेलवे की सवारी गाड़ी ट्रेन बनिहाल से श्रीनगर होते हुए बारामुला तक चलती है। यहाँ से आगे बढ़ते हुए करीब 11:30 बजे शैतानी नाला को पार किया, बाहर से ही कुछ फोटो लेते हुए निकल गये । शैतानी नाला इस बात के लिए कुख्यात है क्योकि कब पता नही की इस नाले में तेज पानी आ जाये और पत्थर सड़क पर गिरने लगे इससे दुर्घटना की सदैव सम्भावना बनी रहती है ।
काफी देर से चलते हुए अब भूख लगने लगी थी सो रास्ते में एक कारमील नाम की जगह पर कई सारे रेस्तरा बने हुए है जो अपने कड़ी-चावल, राजमा चावल के लिए प्रसिद्ध है । इस जगह से चिनाब नदी पर बना बगलिहार डैम का बड़ा ही खूबसूरत द्रश्य दिखता है । हम लोगो ने यहाँ पर कड़ी-चावल और राजमा-चावल से भूख मिटाई और यहाँ से दिखने वाले खूबसूरत द्रश्यो का अवलोकन किया , इस जगह को बगलिहार डैम व्यू पॉइंट के नाम से भी जानते है । पाकिस्तान की तरफ बहने वाली चिनाब नदी कश्मीर की एक बड़ी नदी है और डोडा जिले में बना बगलिहार डैम इस नदी पर बनी एक बड़ी विधुत परियोजना है ।
बगलिहार डैम व्यू पॉइंट पर खाना खाने के पश्चात् हम लोगो ने अपनी यात्रा को जारी रखा । आगे मार्ग पर उस समय नसरी-चैनानी सुरंग का कार्य प्रगति पर था पर अब वर्तमान में तो सुंरग बनकर तैयार हो चुकी है और भारत के प्रधानमंत्री ने इस सुरंग का उद्घाटन भी कर दिया गया है । नसरी-चैनानी सुरंग का नाम भारत की सबसे लम्बी सुरंग में आता है इस सुंरग की लम्बाई करीब 9.2 किमी है । इस सुरंग बन जाने के बाद जम्मू - श्रीनगर की दूरी करीब 30 किमी० घट गई है और साथ ही साथ पटनीटॉप की खतरनाक पहाड़ी चढ़ाई चढ़ने से बच जाती है । सर्दियों के मौसम पटनीटॉप क्षेत्र में अत्यधिक बर्फवारी कारण जम्मू - श्रीनगर राजमार्ग बंद हो जाता है पर अब इस सुंरग के बन जाने के कारण आसानी से श्रीनगर जाया जा सकता है ।
अपनी वापिसी की यात्रा में नसरी के पास से पटनीटॉप चढ़ाई शुरू हो जाती है और आगे जाने पर अचानक से मौसम बदल जाता है । मौसम ठंडा हो जाता है और तेज बारिश भी शुरू हो जाती है पहले तो हम लोगो ने सोचा था की पटनीटॉप के अंदर से घूमने हुए उधमपुर जांएगे और कुछ देर पटनीटॉप में बिताएंगे पर तेज बारिश ने सारा काम ही बिगाड़ दिया । हम लोगो ने बिना पटनीटॉप के अंदर प्रवेश किये ही बाय-पास से पटनीटॉप को करीब 3 बजे के आस-पास बाय-बाय करते हुए तेज बारिश के बीच अपनी मंजिल के तरफ चलते रहे ।
उधमपुर आने से कुछ पहले ही बारिश बंद हो गयी थी और साथ बह रहे नदी-नालो में मटमैला पानी बह रहा था रास्ते में एक जगह चाय-पानी के लिए रुके और शाम के साढ़े पांच बजे उधमपुर स्टेशन पर पहुँच गये । हमारी गाड़ी उत्तर सम्पर्क क्रांति का आने में अभी काफी समय था सो आराम से अपनी गाड़ी वाले का हिसाब चुकता किया और स्टेशन की तरफ से चल दिए । बारिश के कारण पूरा स्टेशन धुला-धुला नजर आ रहा था, हमारी गाड़ी आने में अभी काफी समय था तो उधमपुर स्टेशन पर ही ऊपर नीचे टहलते हुए बिताना पड़ा स्टेशन के आस-पास से शाम के खाने की व्यवस्था करनेकी सोची पर स्टेशन के आसपास कोई स्थानीय दुकाने नही थी , केवल खाली रास्ता और जंगल । खैर ट्रेन में ही खाने के व्यवस्था पेंट्री कार से करनी की सोचकर मन को संतोष पहुँचाया और वापिस स्टेशन पर आ गये । हमारी गाडी सही समय पर आ गयी और अपनी आरक्षित डिब्बे में अपना सामान सेट कर दिया गया । अपने सही-सही समय से कुछ देर बाद गाडी चल दी और अगले दिन सुबह सही समय पर गाडी दिल्ली पहुँच गयी । नई दिल्ली से हम लोग लोकल बस "सराय काले खां" बस स्थानक पर पहुंचे, यहाँ पर हम लोगो को यमुना एक्सप्रेस वे मार्ग की एक बस आगरा तक के लिए मिल गयी । अपनी सही समय पर हम लोग आगरा पहुँच गये ।
इस यात्रा लेख सम्बन्धित चित्रों का संकलन आप लोगो के प्रस्तुत है →
श्री नगर के होटल से सुबह का खूबसूरत नजारा (Sunrise Veiw from A Hotel, Srinagar ) |
होटल डान का गलियारा |
होटल से एक नजारा - श्रीनगर के कौआ |
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श्रीनगर से निकलने के बाद रास्ते के नजारे |
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श्रीनगर से निकलने के बाद रास्ते के नजारे |
बनिहाल रेलवे स्टेशन नजर आता हुआ |
रास्ते से दिखता बनिहाल रेलवे स्टेशन |
बनिहाल रेलवे स्टेशन |
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रास्ते में पड़ने वाले एक शैतानी नाला का द्रश्य |
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चिनाब नदी पर बना बगलिहार डैम का नजारा कारमील नाम की जगह के एक रेस्तरा से (Baglihar dam from A Restra onthe way to Jammu) |
चिनाब नदी पर बना बगलिहार डैम का नजारा कारमील नाम की जगह के एक रेस्तरा से (Baglihar dam from A Restra onthe way to Jammu) |
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चिनाब नदी पर बना बगलिहार डैम का नजारा कारमील नाम की जगह के एक रेस्तरा से (Baglihar dam from A Restra onthe way to Jammu) |
पटनीटॉप से कुछ पहले खूबसूरत पहाड़ी घर |
धुंध में डूबा पत्नितोप हिल स्टेशन |
धुंध में डूबा पत्नितोप हिल स्टेशन |
उधमपुर से कुछ पहले |
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बरसात के वजह से गरजती एक पहाड़ी नदी |
उधमपुर रेलवे स्टेशन ( Udhampur Railway Station) |
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उधमपुर रेलवे स्टेशन ( Udhampur Railway Station) |
उधमपुर रेलवे स्टेशन ( Udhampur Railway Station) |
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ( New Delhi Railway Station) |
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दिल्ली में निजामुद्दीन के पास |
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ग्रेटर नोएडा का परी चौक |
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यमुना एक्सप्रेसवे का टोल |
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यमुना एक्सप्रेस वे का विश्राम स्थल |
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आगरा का जवाहर पुल से यमुना नदी का नजारा |
ये थी हमारे कश्मीर यात्रा के सातवे दिन की कश्मीर से आगरा तक के वापिसी की यात्रा का लेखा जोखा, अब इस लेख को यही समाप्त करते है मिलते किसी नई जगह के लेख के साथ । आप लोगो यह लेख अवश्य पसंद आया होगा, जल्द ही मिलते है, तब तक के लिए आपका सभी का दिल से धन्यवाद !
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कश्मीर यात्रा श्रृंखला के लेखो की सूची :
कश्मीर यात्रा श्रृंखला के लेखो की सूची :
1. शुभारम्भ - कश्मीर यात्रा का ( Travel to Paradise - Kashmir.. 1 )
2. जम्मू से पहलगाम - कश्मीर यात्रा ( Jammu to Pahalgam - Kashmir..2 )
3. पहलगाम - प्रकृति का अनुपम उपहार ( Natural Beauty-Pahalgam - Kashmir..3 )
4. कुछ सुनहरे पल पहलगाम से, कश्मीर (Local Travel to Pahalgam - Kashmir..4)2. जम्मू से पहलगाम - कश्मीर यात्रा ( Jammu to Pahalgam - Kashmir..2 )
3. पहलगाम - प्रकृति का अनुपम उपहार ( Natural Beauty-Pahalgam - Kashmir..3 )
5. पहलगाम से श्रीनगर, कश्मीर का यादगार सफर (Pahalgam to Srinagar - Kashmir..5)
6. हिमालय की गोद में बसे श्रीनगर, कश्मीर की सैर(Local Sight Seen to Srinagar, Kashmir.6)
7. गुलमर्ग - विश्वप्रसिद्ध पर्वतीय स्थल की सैर (Travel to Gulmarg, Kashmir...7)
8. श्रीनगर की सैर - कश्मीर (Local Tour to Srinagar, Kashmir... 8)
9. सोनमर्ग - जोजिला दर्रा से जीरो पॉइंट का सफर (Travel to Sonamarg, Zojila Pass, Kashmir....9)
10. कश्मीर का अद्भुत मंदिर माँ खीर भवानी (Kheer Bhawani Temple Kashmir..10)
11. कश्मीर का सुहाना सफर - अंतिम भाग ( Return from Kashmir via Road.. 11)
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8. श्रीनगर की सैर - कश्मीर (Local Tour to Srinagar, Kashmir... 8)
9. सोनमर्ग - जोजिला दर्रा से जीरो पॉइंट का सफर (Travel to Sonamarg, Zojila Pass, Kashmir....9)
10. कश्मीर का अद्भुत मंदिर माँ खीर भवानी (Kheer Bhawani Temple Kashmir..10)
11. कश्मीर का सुहाना सफर - अंतिम भाग ( Return from Kashmir via Road.. 11)
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ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 08/02/2019 की बुलेटिन, " निदा फ़जली साहब को ब्लॉग बुलेटिन का सलाम “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteधन्यवाद जी
DeleteBahut shandar
ReplyDeleteधन्यवाद जी
Deleteबहुत सुंदर यात्रा रही आपकी। पढ़कर और फ़ोटो देख कर लगने लगा है कि एक बार और कश्मीर हो आऊं।
ReplyDeleteशानदार यात्रा
धन्यवाद सचिन भाई...... जरुर जाइए आप...कश्मीर बहुत सुन्दर है
Deleteधन्यवाद जी
ReplyDeleteबहुत दिनों बाद यह ट्रिप कम्पलीट हुई....लगता है 2 साल से यह लिख रहे थे....बगलिहार डैम का दृश्य बहुत अच्छा लगा... जम्मू श्रीनगर रास्ते का खूबसूरती से लगभग हर जगह का आपने वर्णन किया...पोस्ट पढ़कर बहुत अच्छा लगा...
ReplyDeleteपोस्ट पढ़ने के धन्यवाद प्रतीक भाई ..... हाँ भाई ...समय आभाव के कारण एक श्रंखला को पूरा करने में काफी समय लग गया .... अपने नोटिस किया अच्छा लगा की हर जगह के बारे में लिखने की कोशिश की .......
Deleteबहुत सुंदर यात्रा .... फ़ोटो देख कर बहुत ही आनद आया
ReplyDeleteयमुना एक्सप्रेस वे का विश्राम स्थल बहुत ही सूंदर दिख रहा है ...साथ में उधमपुर रेलवे स्टेशन का सूंदर चित्र खींचा है आपने
बहुत ही बढ़िया यात्रा वृतान्त लिखा आपने........ पढ़कर लग रहा है अब हमें भी जल्द कश्मीर जाने का प्लान करना चाहिए |
ReplyDeleteThank you so much for giving us such good knowledge we appreciate your blog Some travels related suggestions are also on our page udaipur cab service. Udaipur Cab Service has well-designed taxis keeping in mind the convenience of the passengers so as to provide a smooth ride to the passengers who want to travel well in Udaipur or nearby places. Travelers can travel in luxury without spending a lot, making it an affordable trip you can visit their website for more details. Or you can call on this number +9460553251.
ReplyDeletehttps://udaipurcabservice.in
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ReplyDeleteiss safar ki suruaat agar online matka play se ho to bohot he accha rahega.
ReplyDeletemost powerful energy of kalyan matka players is described in the kashmir suhana safar
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